Construction Stock: मंगलवार के दिन Consolidated Construction Consortium Ltd यानी CCCL के शेयरों में जोरदार उछाल आया. यह कंपनी कंस्ट्रक्शन के काम करती है और स्मॉलकैप कैटेगरी में आता है. दिन भर के कारोबार में इसके शेयर 4.32 फीसदी तक चढ़ गए और 19.80 रुपये तक पहुंच गए. और जब बाजार बंद हुआ तो शेयर 19.80 रुपये के भाव पर था. दरअसल, कंपनी को 276 करोड़ रुपये के कई बड़े ऑर्डर मिले हैं. इसी खुशखबरी के बाद सुबह से ही शेयरों में खरीदारी शुरू हो गई और भाव बढ़ने लगे.
CCCL को मिले नए ऑर्डर की जानकारी
CCCL को यह नए ऑर्डर अपने दो अलग-अलग डिपार्टमेंट के लिए मिले हैं. एक है Buildings & Factories का विभाग और दूसरा है Mechanical & Electrical का विभाग. कंपनी ने एक्सचेंज को जानकारी देते हुए बताया कि यह सारे ऑर्डर 12 सितंबर से लेकर 24 नवंबर 2025 के बीच मिले हैं. इन नए प्रोजेक्ट्स के मिलने से कंपनी के पास अब जो काम बाकी पड़े हैं, उनकी कुल कीमत 853 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है. मतलब कंपनी के पास आने वाले समय में करने के लिए काफी काम जमा हो गया है.
कहां-कहां के मिले हैं प्रोजेक्ट
कंपनी को कुल 7 नए प्रोजेक्ट मिले हैं जो अलग-अलग राज्यों में हैं. केरल के त्रिवेंद्रम में एक कमर्शियल बिल्डिंग बनाने का काम मिला है जिसकी कीमत 121.62 करोड़ रुपये है. यह सबसे बड़ा ऑर्डर है. इसके अलावा कोच्चि में 37.50 करोड़ का, राजमुंदरी में 18 करोड़ का और त्रिची में 15.59 करोड़ का काम मिला है. ओडिशा में दो जगहों पर इंडस्ट्रियल बिल्डिंग बनाने का 73.32 करोड़ का ऑर्डर है. तमिलनाडु के कांचीपुरम में 3.02 करोड़ का और कर्नाटक के चित्रदुर्गा में बिजली से जुड़े काम के लिए 7.43 करोड़ रुपये का काम मिला है. सभी मिलाकर 276.48 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट हैं.
कंपनी कब तक पूरा करेगी काम
इन सभी प्रोजेक्ट्स में करीब 23.88 लाख वर्गफुट का कंस्ट्रक्शन होना है. कंपनी ने FY 2026-27 तक यानी अगले दो सालों में यह सारा काम खत्म करने का प्लान बनाया है. यह सभी ऑर्डर भारत में ही हैं, विदेश में कोई काम नहीं है. यह BOQ आधारित आइटम-रेट वाले जॉब हैं. अब तक CCCL ने भारत के 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 950 से ज्यादा प्रोजेक्ट पूरे कर चुकी है. इनमें फैक्ट्री, ऑफिस बिल्डिंग, एयरपोर्ट, घर और दूसरे तरह के काम शामिल हैं.
CCCL की वित्तीय हालत कैसी है
Q2FY26 में कंपनी की सेल्स बढ़कर 66.1 करोड़ रुपये हो गई जो 17 फीसदी की बढ़ोतरी है. लेकिन EBITDA घटकर सिर्फ 3.87 करोड़ रुपये रह गया जबकि पिछले साल यह 13.6 करोड़ रुपये था यानी 72 फीसदी की गिरावट आई. नेट प्रॉफिट में तो कंपनी को 0.43 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ जबकि पिछले साल 46.1 करोड़ रुपये का मुनाफा था. EPS भी 1.16 रुपये से गिरकर 0.01 रुपये पर आ गया. हालांकि नए ऑर्डर मिलने से आने वाले समय में हालत सुधरने की उम्मीद है.
(यह जानकारी सिर्फ शिक्षा के उद्देश्य से दी गई है. यह किसी भी तरह का निवेश सलाह नहीं है. शेयर बाजार में निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से जरूर सलाह लें. निवेश में जोखिम होता है और आपको पैसे का नुकसान हो सकता है.)