ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ग्रो (Groww) की मुख्य कंपनी बिलियनब्रेन्स गैराज वेंचर्स लिमिटेड के शेयरों में बुधवार को पहली बार 10% की गिरावट आई। यह कमजोरी लगातार छह दिन तेज बढ़त के बाद आई। साथ ही, कंपनी के शेयर के लिए कीमत सीमा को 20% से घटाकर 10% कर दिया गया। शेयर की शुरुआत बुधवार को ₹188.58 पर हुई, जबकि दिन का सबसे कम स्तर ₹169.94 और सबसे ज्यादा ₹188.59 रहा। इस गिरावट के बावजूद, ग्रो कंपनी के शेयर अभी भी अपने शुरुआती ऑफर प्राइस से 89% ऊपर बिक रहे हैं।
Groww Shares की लिस्टिंग और ब्रोकरेज रिपोर्ट
शेयर बाजार में ग्रो कंपनी का शेयर केवल पांच दिन ही आया है, लेकिन इस छोटे से समय में शेयर ने अपने शुरुआती मूल्य ₹100 से लगभग दोगुना बढ़त दिखाई। मंगलवार को, शेयर ने अपना मूल्य 94% तक बढ़ा लिया था। उसी दिन ग्रो के 46 करोड़ से अधिक शेयरों का कारोबार हुआ, जिसमें से लगभग 8.24 करोड़ शेयर डिलीवरी के लिए उपलब्ध थे।
नुवामा ऑल्टरनेटिव ऐंड क्वांटिटेटिव रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, लॉक-इन अवधि खत्म होने के बाद लगभग 14.92 करोड़ शेयर बाजार में आ जाएंगे, जो कुल इक्विटी के 2% के बराबर है। इससे बाजार में शेयरों की संख्या बढ़ेगी। इसके अलावा, ग्रो कंपनी 21 नवंबर को यानी शुक्रवार को अपनी पहली तिमाही के परिणाम भी जारी करेगी, जो इस समय के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
Groww का वित्तीय प्रदर्शन और बाजार स्थिति
पिछले कुछ वर्षों में ग्रो कंपनी ने अच्छा वित्तीय प्रदर्शन किया है। वित्तीय वर्ष 2023 से 2025 के बीच कंपनी का राजस्व ₹1,141 करोड़ से बढ़कर ₹3,902 करोड़ हो गया, जिसका विकास दर लगभग 85% है। इसी अवधि में कंपनी का लाभ ₹458 करोड़ से बढ़कर ₹1,824 करोड़ पर पहुंच गया। ऑपरेटिंग मुनाफा भी ₹399 करोड़ से बढ़कर ₹2,371 करोड़ हो गया, जो कंपनी के मजबूत संचालन को दर्शाता है। हालांकि, रेवेन्यू के मामले में Groww अभी भी एंजेल वन और जेरोधा से पीछे है, जिनका राजस्व क्रमशः ₹5,238 करोड़ और ₹8,500 करोड़ है। लेकिन सक्रिय ग्राहकों की संख्या में ग्रो सबसे आगे है, जिसके पास 1.29 करोड़ सक्रिय उपयोगकर्ता हैं।
विशेषज्ञों की सलाह और भविष्य की संभावनाएं
मेहता इक्विटीज में रिसर्च विश्लेषक प्रशांत टेप्से का मानना है कि लिस्टिंग के बाद Groww के शेयर पहले ही काफी तेजी दिखा चुके हैं। उनका कहना है कि वर्तमान मूल्यांकन थोड़ा ऊंचा लगता है, इसलिए जो निवेशक सतर्क हैं, उन्हें थोड़ा मुनाफा निकाल लेना चाहिए। फिर भी, वे कहते हैं कि ग्रो एक मजबूत लंबी अवधि का निवेश हो सकता है। भारत में डिमैट अकाउंट रखने वाले लोगों की संख्या अभी भी कम है, लगभग 16–18%, जबकि व्यापार करने वाले लोग करीब 5% ही हैं। ऐसे में ग्रो को बढ़ने के और भी अच्छे अवसर मिल सकते हैं।
(यह लेख केवल जानकारी के लिए है और इसमें दी गई जानकारी पर आधारित निवेश निर्णय लेने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लेना उचित होगा।)