गौतम अडानी के समूह की मुख्य कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) ने मंगलवार को भारत के सबसे बड़े राइट इश्यू में से एक को शुरू किया है। इस राइट इश्यू में कंपनी एक शेयर की कीमत 1,800 रुपये रखी गई है। यह कीमत मंजूरी मिलने वाले दिन के भाव से करीब 24 फीसदी कम है। राइट इश्यू का मतलब होता है कि कंपनी अपने पुराने शेयरधारकों को नए शेयर खरीदने का मौका देती है।
पुराने शेयरधारक अपने पास मौजूद शेयरों के अनुपात में नए शेयर खरीद सकते हैं। मंगलवार को ही अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में 2.71 फीसदी की गिरावट आई और ये 2,333.70 रुपये पर बंद हुए। यह राइट इश्यू 10 दिसंबर को बंद होने वाला है। कंपनी इस इश्यू के जरिए बड़ी रकम जुटाने की तैयारी में है।
राइट इश्यू से जुड़ी पूरी जानकारी
अडानी एंटरप्राइजेज के राइट इश्यू के कागजातों के मुताबिक, अगर यह इश्यू पूरी तरह से भर जाता है तो कंपनी को कुल 24,930.30 करोड़ रुपये मिलेंगे। इस राइट इश्यू में कंपनी 13.85 करोड़ से ज्यादा नए शेयर जारी करेगी। इस पेशकश में हर 25 पुराने शेयरों पर तीन नए राइट शेयर दिए जा रहे हैं। यानी अगर किसी के पास 25 शेयर हैं, तो वह तीन नए शेयर खरीदने का हकदार होगा।
यह पेशकश उन सभी शेयरधारकों के लिए खुली है जो इसके लिए पात्र हैं। कंपनी में करीब 74 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाले प्रमोटर यानी मालिकों ने साफ कर दिया है कि वे अपनी पूरी हिस्सेदारी जरूर खरीदेंगे। इश्यू की कीमत को देखते हुए कंपनी की कुल वैल्यू करीब दो लाख करोड़ रुपये होगी। यह रकम बहुत बड़ी है।
एयरपोर्ट कारोबार की असली कीमत
बाजार के जानकारों और विशलेषकों का मानना है कि अडानी एंटरप्राइजेज का एयरपोर्ट यानी हवाईअड्डे का कारोबार बहुत कीमती है। अडानी समूह के पास भारत का सबसे बड़ा हवाईअड्डा नेटवर्क है। विशलेषकों के हिसाब से सिर्फ इस एयरपोर्ट कारोबार की कीमत दो लाख करोड़ रुपये से लेकर ढाई लाख करोड़ रुपये के बीच है। कुछ अनुमानों में तो इसे तीन लाख करोड़ रुपये तक बताया गया है।
राइट इश्यू से जो पैसा मिलेगा, उसका इस्तेमाल कंपनी कई जगहों पर करेगी। यह पैसा हवाईअड्डे, डेटा सेंटर, ग्रीन हाइड्रोजन, सड़क निर्माण, पीवीसी, कॉपर स्मेल्टिंग, खनन, डिजिटल और मीडिया जैसे कामों में चल रही परियोजनाओं के लिए लगाया जाएगा। इसके अलावा कुछ पैसा कर्ज चुकाने में भी इस्तेमाल किया जाएगा। कंपनी अपने कारोबार को और बढ़ाने की योजना बना रही है।
पहली छमाही में जबरदस्त प्रदर्शन
अडानी समूह की सभी कंपनियों ने चालू वित्त वर्ष 2025-26 की पहली छमाही में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। अप्रैल से सितंबर तक की इस अवधि में समूह ने 67,870 करोड़ रुपये यानी करीब 7.6 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है। इस भारी निवेश की वजह से समूह की कुल संपत्ति 6.77 लाख करोड़ रुपये यानी 76 अरब अमेरिकी डॉलर हो गई है।
अडानी समूह ने पूरे साल के लिए 1.5 लाख करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य रखा हुआ है। पहली छमाही में ही इतना निवेश करके समूह अपने सालाना लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इससे साफ पता चलता है कि अडानी समूह अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रहा है और बड़े निवेश कर रहा है। राइट इश्यू से मिलने वाली रकम भी इसी विस्तार योजना का हिस्सा है।
(यह लेख केवल सूचना देने के उद्देश्य से तैयार किया गया है। यह किसी भी प्रकार की शेयर खरीदने या बेचने की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में जोखिम होता है और निवेश किया गया पैसा डूब सकता है। अपनी समझ और जानकारी के आधार पर ही कोई फैसला लें।)